आज तो किसान-आंदोलन की सिर्फ़ शुरुआत ही हुई है और सिर्फ़ तीन घंटों के लिए पंजाब की सड़कों व रेलगाड़ियों को बंद किया गया है लेकिन आगामी दिनों में ये आंदोलन की आग भयानक रूप से बढ़ने वाली है। इस आग को बुझाना या सम्भालना न तो मुख्यमंत्री भगवंत मान के बस की बात है और न ही केजरीवाल एंड गैंग की। वैसे भी पंजाब में सरकार नाम की चिड़िया किसी को कहीं भी नज़र नही आती है और सब मोर्चों पर मुख्यमंत्री भगवंत मान बुरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं चाहे ये क़ानून-व्यवस्था का मुद्दा हो या भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का। मेरा सुझाव है कि पंजाब का मुख्यमंत्री किसी न किसी ख़तरनाक गैंगस्टर को बना दिया जाए और लारेंस बिश्नोई शायद सबसे प्रभावी मुख्यमंत्री साबित होगा। क्योंकि केजरीवाल एंड गैंग की नज़र तो पंजाब के पैसे की लूट-खसोट पर टिकी हुई है तो केजरीवाल का पेट तो गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई बड़े आराम से भर ही देगा पंजाबियों से फिरौती वसूल करके। हम पंजाबीयों ने तो लुटना ही लुटना है तो क्या फ़र्क़ पड़ता है चाहे केजरीवाल लूट ले चाहे लारेंस बिश्नोई।
Punjab farmers r doing good job for last many years. Their agitations r meant for removing Modi from centre at any cost. Why to grow paddy if it is not worth. First farmers should listen to Chutkalae of Mann and wait for one month