ॐ
गुरूदेव दया इतनी कर दो,
हमको भी तुम्हारा प्यार मिले
कुछ और भले ही मिले न मिले,
गुरू चरणों का अधिकार मिले।
इस जीवन में जीना मुश्किल,
ये जीवन भी क्या जीवन है
जीवन तब जीवन बनता है,
जब जीवन का अधिकार मिले।।
सब कुछ पाया इस जीवन में,
बस एक तमन्ना बाक़ी है
इस प्रेम पुजारी के अपने,
मन मन्दिर में दातार मिले।।
जिसने तुमसे जो माँगा है,
उसने वही तब पाया है
दुनिया को मिले दुनिया लेकिन,
भक्तों को तेरा दरबार मिले।।
हम जन्म जन्म के प्यासे हैं,
और तुम करुणा के सागर हो
करूणानिधि के करूणा रस की
एक बूँद हमें हर बार मिले।।
तब से प्रभु दर्शन पाने की,
हम आस लगाए बैठे हैं
मिल गया गुरू हमको सच्चा,
हमको मुक्ति का द्वार मिले।।
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6 авг 2024