ॐ
तेरी साधना ही मेरी ज़िंदगी हो,
रजा हो जो तेरी वो मेरी ख़ुशी हो।
मुझे हर कदम पे हो तेरा सहारा,
मेरी हर नज़र में हो तेरा नज़ारा
मेरे दिल में हरदम तेरी लौ लगी हो,
रजा हो जो तेरी, वो मेरी ख़ुशी हो।
फ़िक्र हो जो दिल में तो अपनी खता का,
ज़िक्र हो तो लैब पर तेरी वफ़ा का,
उठे जो सदा वो मेरी ख़ुशी हो,
तेरी साधना ही मेरी ज़िंदगी हो ।।
मैं साधक हूँ इसके सिवा कुछ नहीं हूँ,
मैं तेरा हूँ तुझसे जुदा कुछ नहीं हूँ,
रहे गीत लब पे मेरे हर घड़ी हो,
रजा हो जो तेरी वो मेरी ख़ुशी हो ।।
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31 янв 2024