सत्य, न्यायपूर्ण व संवेदनशील समाज निर्माण. 'देस हरियाणा' नामक साहित्यक-सांस्कृतिक पत्रिका का प्रकाशन. desharyana.in वेबसाइट पर साहित्य सहेजना. साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन. हम से जुड़ने के लिए संपर्क करें - haryanades@gmail.com
संपादक प्रोफेसर सुभाष सैनी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
सर आपके चैनल पर उपलब्ध सारे संस्मरण में कई बार देख चूका हू बहुत दीन हूंए कोई संस्मरण की पेशगी आपने नहीं की। मुझे हर संस्मरण से हर बार कुछ नया सीखने को मिला है। मै नए संस्करण सूनने के लिए आतूर हू। ऐसे संस्मरण जिनसे आप कई बाते सीखे होंगे जो आपकी स्मृति में जीवंत हैं आप लाएंगे तो हम जरूर देखेंगे।
पेचिस की सदा दिक्कत बने रहती थी + आर्थिक अभाव से वे निरंतर जुझते रहे साथ ही अंग्रेजी सरकार की नौकरी करते वक्त देश प्रेम को बनाएं रखते हुए कहानी, उपन्यास और पत्रिकाओं के द्वारा अपने विचार रखे + माता,विमाता के दुःख आदि से कई दुख उनके सामने आए पर उनके हंसी का ठहाका उन सब दुःख पर हमेशा विजय पाता चला गया ऐसे महान रचनाकार प्रेमचंद को नमन..
भारत मे सब कुछ होता है जैसे जिस तरह नेपाल की नागरिकतानाम की बाहक नेपालीशब्द केो भारतीय संबिधान की अष्टम अनुसूचि मे अन्तर्भूक्त किया है क्या उससे भारतीय राष्ट्रीयता बिखन्डन नही होगी ? काफ़ी समस्या है ।यदि नेपाली नाम को ईतना बढ़ावा देना तब बांगलाभाषाकोबांगलादेशी और उर्दूको पाकिस्तानी नाम से संबिधानमे अन्तरंभूक्त करने से सरकार एवं देश की कानुन बिदों को आपत्ति क्यू होगी? नेपाली ,बांग्लादेशी ,पाकिस्तानी ,श्रीलंकन ये सब बिदेशी नागरिकके परिचायक है जब कि गोर्खा बंगाली तमील सिन्धी जातिबाचक हैऔर किसी बिदेशी नागरिकतानाम सेजुढी नही है। अत:नेपाली नाम को यथाशीघ्र गोर्खानाम से प्रतिस्थापित किया जाय तो चिकन नेक भी 🎉बचेगी ।भारतीय गोर्खाओंको ज़बरजस्ती नेपाली बनाने कि प्रयास हमारेगेर्खों साथ एवं भारत के हित मे भीनही है।भारतीय बंगालीयों को बांग्लादेशी बनाना या भारतीय सिन्धीको ज़बरदस्ती पाकिस्तानी कहना जैसा भूल होगी apertheid की तरह।यदि भारत के लिए पाकिस्तानि बांग्लादेशी श्रीलंकन राष्ट्रीय सूरक्षा की दृंष्टिस्े समस्या हो सक्ती है तब नेपाली नाम से तोऔर बढी समस्या होगी ! अत: साहनी जी रचना मे उर्दू के बारे मे उनका बिचार कुछ हदतक ठीक है मगर उक्त समस्यों को भी उन की रचना मे स्थान मिलता तो पाठको को और अच्छालगता। malice towards none friends Jai Bharat Dr Mani kumar Sharma Distt Darjeeling 07022024
AGAR YE SACH HAI TO MUSLIM HI KAMJOR NIKLE JINHONE APNA ALAG RAJYA MANGA JO ANGREZ KRNA CHAHATE THE WO KR GYE PAR AB BHI PAKISTAN ME MUSLIM WO SACH KO NHI JHUTHLA PAYE AYR AB BHI GAUR MUSLIM MANDIR KO TOD KE WOHA NAFARMANI KR RAHE TO KYA UNME ISLAM KI KAMI HAI YA PHIR YE KAFIR HAI ?