Тёмный

जन्नत की खिड़की | चहेल मिंम्बरी इस इमाम बाड़े की खुसूसियत है | Imambara Jannat Ki Khidki | Lucknow | 

Sunil Batta Films
Подписаться 285 тыс.
Просмотров 6 тыс.
50% 1

Channel- Sunil Batta Films
Documentary- Imambara Jannat Ki Khidki , Lucknow
Produced & Directed by Sunil Batta, Voice- Navneet Mishra, Camera-Chandreshwar Singh Shanti, Production- Dhruv Prakesh, Camera Asst.- Runak Pal, Kuldeep Shukla,
Synopsis-
जन्नत की खिड़की
जब इमामबाड़ों की तामीर का चलन हुआ और लोगों के मज़हबी अक़ाएद उससे जुड़ने लगे तो लखनऊ में इमामबाड़ों का एक सैलाब सा उमड़ पड़ा। हर कसो नाकस की यही ख़्वाहिश थी कि वह हज़रत इमाम हुसैन और अहले बैत से अपनी अक़ीदत जा़हिर करे, ख़ुद तो करे ही साथ ही साथ अवमानुन्नस को भी उसकी तरफ राग़िब करे। यह काम घर बैठे नहीं हो सकता है। इसलिए लोगों ने इमाम बाड़ों की तामीर का काम शुरू करवाया जिसका सिर्फ एक ही मक़सद होता है कि यहां पर लोग अपने ग़म का इज़हार करें और इमाम हुसैन और अहले बैत के साथ अपनी अक़ीदतो मुहब्बत जा़हिर करें। इसी अक़ीदतो मुहब्बत के पेशे नजर जन्नत की खिड़की नामी यह इमारत लखनऊ में वुजूद में आयी।
इमाम बाड़ा आग़ा बाक़र खां से कुछ दूरी पर और इमाम बाड़ा गुफरां मआब से चंद क़दम पहले दायीं जानिब एक सफेद दो मंज़िला इमारत है जिसके सब्ज़ फाटक के दायीं तरफ दीवार पर एक दायरे में ‘‘हसन मंज़िल’’ और बायीं जानिब दीवार पर दूसरे दायरे में ‘‘हुसैन मंज़िल’’ लिखा है। यही इमारत जन्नत की ख़िड़की है। इसे हकीम सैय्यद यूसुफ हुसैन 1915 ईस्वी में बनवाया थां जन्नत की ख़िड़की नाम की यह इमारत क्यों की शहरे लखनऊ के दो मशहूर इमाम बाड़ों के दरमियान कायम है इस लिए यहां पर मुर्हरम के महीने में ज़ायरीन और अक़ीदत मंदों का तांता लगा रहता है। जन्नत की खि़ड़की अपनी चंद गोनागंू ख़ुसूसियात की बिना पर भी अहमियत की हामिल है।
चहेल मिंम्बरी इस इमाम बाड़े की खुसूसियत है। यहां 9 मुर्हरम की शब में चालीस छोटे-छोटे मिम्ंबर आरास्ता किए जाते हैं। हाजत मंद आते हैं मन्नतें मानते हैं और मुराद पूरी होने पर चालीस मिम्बरी पर शीरनी चढ़ाकर रसूले ख़ुदा की नियाज़ दिलवाते हैं।
चहेल मिंम्बरी की यह ख़ासियत सिर्फ इस इमाम बाड़े का ही हिस्सा है। इससे अपनी मुरादें मांगने वालों के लिए यह आसानी हो जाती है कि जब उनकी मुरादें पूरी हो जाती है तो उनके चालीस इमाम बाड़ों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं बल्कि इसी इमाम बाड़े जन्नत की खि़ड़की में आकर वह चालिस छोटे छोटे मिंम्बरों पर अपनी नज़र और अक़ीदत की शीरीनी चढ़ा कर रसूले ख़ुदा की नज़्रो नियाज़ दिलवाते हैं।
#Lucknow
#ImambaraJannatKiKhidki
#LucknowBaraImambara
#AsafiImambara
#BhoolBhulaiyaLucknow
#LucknowKeImambare

Развлечения

Опубликовано:

 

3 сен 2019

Поделиться:

Ссылка:

Скачать:

Готовим ссылку...

Добавить в:

Мой плейлист
Посмотреть позже
Комментарии : 3   
@ritanailwal5637
@ritanailwal5637 8 месяцев назад
Aapne sahi Kaha..hum Lucknow se hai par shadi Haryana me hui... Lekin wahaa mere ko Lucknow ki wajah ki Adab boil ke kaaran Bada pyar Mila...
@redpipe8210
@redpipe8210 4 года назад
Mashallah
@SunilBattaFilms
@SunilBattaFilms 4 года назад
Shukriya🙏🙏🙏🙏
Далее
МАРИЯ ГОЛУБКИНА О БАБУШКЕ #shorts
00:43
No one will play with him( #standoff #meme #grenade
00:12